RSS Full Form in Hindi

RSS Full Form in Hindi, RSS Ka Full Form Kya Hai, RSS का Full Form क्या है, RSS Ka Poora Naam Kya Hai, आर.एस.एस क्या है, RSS का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.

RSS Full Form in Hindi आर.एस.एस क्या है

RSS की फुल फॉर्म Rashtriya Swayamsevak Sangh होती है. इसको हिंदी में राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ कहते है. RSS भारत का दक्षिणपंथी, हिन्दू राष्ट्रवादी, अर्धसैनिक, स्वयंसेवक संगठन है. जिसे आज हर कोई RSS के नाम से जानते है. BBC के आकड़े के अनुसार RSS World का सबसे वृहद स्वयंसेवी संघ है. RSS के निर्माण का मुख्या उद्देश्य चरित्र प्रशिक्षण प्रदान करना था और हिंदू समुदाय को एकजुट करना था.

हालांकि इसके अलावा RSS का Target लोगो के बीच लुप्त हो रहें हिन्दू संस्कार को बनाए रखना एवं आने वाले पीढ़ी या अपने बच्चो को पूर्ण हिन्दू संस्कार देना है. इसके अतिरिक्त यह प्राकर्तिक Disasters में सबसे आगे आकर सभी धर्म के लोगों के लिए सहायता पहुचता है . सेवानिवृत न्यायधीश श्री केटी थॉमस ने 2018 में RSS के बारे में यह कहा था की संविधान एवं सेना के बाद अगर कोई भारतीयों की रक्षा कर सकता है तो वो RSS है. अब आप समझ गये होंगे की RSS क्या है और इसका क्या उद्देश्य है.

RSS Kaise Join Kare

आरएसएस एक अभियान और एक स्वयंसेवक मंच है जिसका उद्देश्य देश में सामाजिक, आर्थिक, नागरिक, पर्यावरण और अन्य चुनौतियों का समाधान करना है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न संगठनों द्वारा किए गए कार्यों की एक महत्वपूर्ण राशि, गुणवत्ता शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यावसायिक प्रशिक्षण, नागरिक मुद्दों, पर्यावरण, ग्रामीण विकास, गौ रक्षा, सांस्कृतिक और साहित्यिक विकास और सड़क जैसे हाशिए वाले वर्गों के उत्थान के क्षेत्र में प्रगति पर है.

दोस्तों RSS में शामिल होने के लिए किसी भी प्रकार की कोई सामान्य सदस्यता नही होती है. RSS में शामिल होना बहुत आसान है. RSS अठारह साल से कम उम्र के बच्चों में शुरू से ही अपने विचारों और देश की भावना भरने के लिए बाल भारती और बालगोकुल कार्यक्रम चला रही है यह विश्व विद्यालयों में भी छात्रों को अपने RSS के प्रति आकर्षित करने के लिए कार्यक्रम चला रहें है.

दोस्तों अगर आप इस RSS से जुड़ना चाहते है और इसमे रहकर काम करना चाहते है तो इसके लिए आप RSS के प्रतिदिन, साप्ताहिक और हर महीने की गतिविधियों में शामिल हो कर इसका हिस्सा बन सकते है. RSS की शाखा आपको हर क्षेत्र, विभाग, जिले, प्रदेश और केंद्र पर मिल जाएगी.

RSS का इतिहास

RSS की स्थापना 27 September सन 1925 को की गई थी. इस दिन हमारे देश में बड़े ही हर्षोल्लास का त्योहार विजयादशमी मनाया जा रहा था. विजयादशमी के इस पवित्र पर्व के दिन K. B. Hedgewar के द्वारा इस संघ की शुरुआत हुई जो आज फ़ैल कर पूरी दुनिया का सबसे बड़ा संघ के रूप में जाना जाता है. स्थापना के उपरांत हेडगेवार ने महात्मा गाँधी का प्रस्ताव मुसलमानों के साथ मिलकर लड़ने को ठुकरा दिया और संगठन का संबंध राजनितिक संगठनो के साथ बनाकर British शासन के साथ अपनी जंग जारी रखी.

British शासन से लड़ाई के वक़्त किसी भी राजनैतिक पार्टियों से कोई भी संबंध नही रखा गया था. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान खुले तौर पर RSS ने Adolf Hitler और Benito Mussolini की रणनीति की प्रसंसा की. बांग्लादेश से युद्ध के दौरान भी भारत सरकार को राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा समर्थन दिया गया था.


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